फतेहपुर/संवाददाता,/
सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए चले आ रहे हैं कि यदि प्रदेश की सड़कें गड्ढा मुक्त नहीं की गई तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ गंभीर कार्यवाही की जाएगी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों का पालन भले ही समूचे प्रदेश में होता नजर आ रहा हो किंतु इस जनपद में मुख्यमंत्री के खौफ से बेखौफ अधिकारियों द्वारा उनके निर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। मालूम रहे कि शहर के जीटी रोड में स्थित जिला अस्पताल के बाहर डोरेमोन चौराहा ( सदर चौराहा ) के समीप सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो जाने से सड़क तालाब में तब्दील हो गई है और बारिश के कारण छतिग्रस्त मार्ग में जलभराव की स्थिति बनी रहती है। आश्चर्य की बात तो यह है कि जनपद में दौरे पर आए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने जिला अस्पताल का निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा था कि जिला अस्पताल के आसपास क्षतिग्रस्त मार्ग को दुरुस्त कर चलने योग्य बनाया जाए ताकि एंबुलेंस से आने जाने वाले मरीजों तथा गर्भवती महिलाओ को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो किंतु उप मुख्यमंत्री के निर्देश को भी संबंधित अधिकारियों ने पलायताक कर अपनी मनमानी करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। वहीं जिला अस्पताल में प्रसव हेतु आई गर्भवती महिलाओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है यदि ऐसा ही रहा तो गर्भवती महिलाओं का प्रसव क्षतिग्रस्त मार्ग के चलते एंबुलेंस में ही हो सकता है इसके अलावा जच्चा बच्चा दोनों की जान भी खतरे में पड़ सकती है किंतु इस बात की भलीभांति जानकारी होने के बावजूद जनपद के संबंधित अधिकारी पूरी तरह से धृतराष्ट्र बन गए हैं। सड़क छतिग्रस्त होने के चलते मरीजों व राहगीरों की परेशानी दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है इतना ही नहीं सड़क पर बड़े और गहरे गड्ढों वाले क्षतिग्रस्त मार्ग मरीजों व राहगीरों के साथ कोई अप्रिय घटना भी घटित हो सकती है और उसकी मौत भी हो सकती है। मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री के खौफ से बेखौफ अधिकारी अपनी मनमानी करते हुए उनके निर्देशों को हवा हवाई साबित करने में जुटे हुए हैं।