फतेहपुर/संवाददाता, /
कचरा प्रबन्धन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके अनतर्गत कचरे को इकठ्ठा करने से लेकर उसे डिस्पोज करने का कार्य किया जाता है। इसमें कचरा को इकट्ठा करने के बाद उसे सही जगह तक पहुँचाते के बाद उसको पुनः प्रयोग लायक बनाने, और नष्ट करने की प्रक्रिया होती है इसमें तकनीक की अहम भूमिका होती हैं। कचरा कई प्रकार का होता है। जैसे -कागज कचरा, धातु कचरा, ई-कचरा, कृषि कचरा, प्लास्टिक कचरा आदि। इन अलग-अलग प्रकार के कचरों का प्रबन्धन अलग-अलग तरह की प्रक्रिया से किया जा सकता है।
उपरोक्त बातें जन शिक्षण संस्थान के निदेशक विजय कुमार श्रीवास्तव ने जन शिक्षण संस्थान द्वारा संचालित उमा प्रशिक्षण केन्द्र फरीदपुर में लाभार्थियों के मध्य कही। कार्यशाला में संस्थान के कार्यक्रम अधिकारी कैलाश सिंह, फील्ड सहायक लक्ष्मीनारायण, कम्प्यूटर आपरेटर चन्द्रशेखर और प्रशिक्षण केन्द्र की प्रशिक्षिका श्रीमती उमा देवी भी मौजूद थी।