हुसैनगंज फतेहपुर संवाददाता
7 वर्ष पूर्व कुम्हारी कला के लिए कस्बे के तिवारीपुर मोहल्ले के 12 लोगों के नाम तालाब का पट्टा किया गया था। जिसमें उन्हीं 12 लोगों में से एक व्यक्ति ने साला तालाब में पानी होने के कारण करीब 2 वर्ष पूर्व से तालाब में मछलियां पालना शुरू कर दिया। जिससे कुम्हारी कला के साथ-साथ मछलियों का व्यापार कर जीविकोपार्जन कर सके वही ग्राम प्रधान ने पट्टा धारकों पर आरोप लगाते हुए कहा कि मत्स्य पालन का पट्टा नहीं हुआ यह लोग अवैध रूप से तालाब में मछलियां पाल रहे हैं। हमने इस 2 वर्ष के अंतराल में कई बार तालाब से मछलियां हटाने को कहा लेकिन पट्टा धारक ने नहीं सुनी, जिससे हमने बिना किसी पूर्व सूचना के मुनादी कराकर ग्रामीणों को मछलियां पकड़ा दिया। वही पट्टा धारको व ग्रामीणों में ग्राम प्रधान के खिलाफ काफी आक्रोश देखने को मिला। ग्रामीणों व पट्टा धारकों का कहना है कि जब ऐसा करना था तो ग्राम प्रधान को पट्टा धारकों व मछली पालने वाले व्यक्ति को सूचना दे देना चाहिए ताकि वह अपनी मछलियां बेच सकें। मछली पालने वाले व्यक्ति ने बताया कि तालाब से लगभग 50 कुंटल मछली आज ग्रामीणों ने पकड़ ली है जिसकी कीमत लगभग 50 से 60 लाख रूपये होती है। वही मछली पकड़ने की लूट मच गई। कस्बे के अलावा आसपास के गांव के लोगों को सूचना मिलते ही कस्बे के असनी रोड पानी टंकी पंप हाउस के पीछे बने उस तालाब में भगदड़ मच गई। जहां बूढ़े, बच्चे व नौजवानों ने तालाब में डुबकियां लगा लगा कर मछलियां पकड़ी हैं। प्रत्यक्ष दर्शको की माने तो मछली पकड़कर शहर तक लोग बेचने के लिए ले गए। पट्टा धारकों ने बताया कि ग्राम प्रधान ने एक बाहर भी मच मछलियां हटाने की बात नहीं कहीं वरना हम मछलियों को तालाब से निकाल लेते ऐसे में हमें लगभग 60-70 लाख रुपए का भारी नुकसान हुआ है।