हुसैनगंज फतेहपुर संवाददाता
विकास खण्ड भिटौरा मे करीब 1 वर्ष से ग्राम पंचायत अधिकारी अपनी मनमानी पर उतारू है, यहां भिटौरा के ब्लॉक ग्राम पंचायत अधिकारी सरकार के दिशा निर्देशों के विपरीत कार्य कर रहे हैं, यहां ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत अधिकारी व प्रधान खुद कार्य न करा कर ठेकेदारी प्रथा शुरू की है, जो करीब 1 वर्ष से चल रही है,यहां ग्राम पंचायत अधिकारी अपने चहेते ठेकेदरों को काम दे कर अपना कमीशन ले रहे हैं। मालूम हो कि इस पंचवर्षीय योजना का कार्यकाल करीब 1 वर्ष होने को है जो नए ग्राम प्रधान बने हैं वह अभी भी कुछ अनभिज्ञ हैं उनको विकास कार्य के बारे में अधिक जानकारी नहीं है कि हम गांव में किस तरह से काम कराएं। इसका लाभ उठाकर ग्राम पंचायत अधिकारियों ने 1 वर्ष के भीतर खूब मनमानी की ग्राम प्रधान तो काठ का उल्लू बना है। ग्राम पंचायत अधिकारी उसे जो कमीशन थोड़ा बहुत दे देते थे तो वह उसी में संतोष कर लेता था।
आपको बता दें कि भिटौरा विकास खण्ड में 81 ग्राम पंचायतें हैं, जिनमें कुछ ग्राम पंचायतों को छोड़कर बाकी ग्राम पंचायतों में नए ग्राम प्रधान चुने गए हैं इन नए ग्राम प्रधानों को कार्य के बारे में कुछ पता नहीं था, जो ग्राम पंचायत कहते थे वही करते थे,इधर करीब एक वर्ष से ग्राम पंचायत अधिकारियों ने खूब मनमानी की। ग्राम पंचायत अधिकारी अपने चहेते ठेकेदार को इंटरलॉकिंग मार्ग बनाने को देते हैं तो उसमें 35 परसेंट कमीशन लेते हैं,भला बताइए जब ग्राम पंचायत अधिकारी व ग्राम प्रधान खुद कार्य नहीं कराएगा ठेकेदार से कार्य कराया जाएगा तो मार्ग किस तरह बनेगा और सरकारी धन का भी दुरुपयोग होगा।भिटौरा ब्लाक के कई ग्राम पंचायतों में ठेकेदारों ने घटाया कार्य कर अपना पेमेंट करा लिया। अधिकतर ग्राम पंचायतों में प्रधान खुद कार्य न कराकर प्रधान प्रतिनिधि मनमानी कर रहे हैं। इधर ओझापुर, भदसरी, मुस्तफापुर, मकनपुर, सरैला, बड़ागांव, टांडा, रारा चांदपुर, चितीसापुर, मवई सहित अन्य ग्राम पंचायतों में ठेकेदारों के माध्यम से कार्य कराया गया। इस समय हुसैनगंज, फतेहपुर, लालगंज और कर्मचंद्रपुर सांडा गांव के ठेकेदार ग्राम पंचायतों में कार्य कर रहे हैं। कई बार इन ग्राम पंचायत अधिकारियों की शिकायत जिले के उच्चाधिकारियों से की गई लेकिन अभी तक इनके मनमानी रवैया पर रोक नहीं लग पा रही है।