रोहनिया/वाराणसी संवाददाता
लोक समिति व आशा ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में भीखमपुर गाँव में सैकड़ों लोगों ने लैंगिक भेदभाव, घरेलु महिला हिंसा के खिलाफ कैंडिल मार्च निकाल कर विरोध किया। मशाल जुलूस में शामिल लोगों ने लैंगिक भेदभाव, घरेलु महिला हिंसा ,यौन उत्पीड़न,दहेज,बाल विवाह, नशा जैसे सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई। कार्यक्रम में शामिल सैकड़ो महिलाएं, लड़कियां और युवाओं घरेलु महिला हिंसा बन्द करो भ्रूण हत्या पर रोक लगाओ,बाल विवाह बंद करो, तिलक दहेज़ छोडो जाती पाती तोड़ो,भीख नही अधिकर चाहिए जीने का सम्मान चाहिए,औरत भी जिन्दा इंसान नही भोग की वह सामान, यौन हिंसा पर रोक लगाओ, शराब बिक्री पर रोक लगाओ के नारे लगाये और भेदभाव, घरेलु महिला हिंसा, बाल विवाह पर रोक लगाने की मांग किया। कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं का एक आवाज में नारा था कि वह घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठाएंगी। न तो वह स्वयं हिंसा का शिकार बनेंगी न ही दूसरों को बनने देंगी। देर शाम तक चले कार्यक्रम में महिलाओं का उत्साह इस बात की गवाही था कि अब घरेलू हिंसा और कन्या भ्रूण हत्या जैसे अपराधों का अभिशाप समाज से मिटकर रहेगा।
लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा पखवाड़ा के अवसर पर एक साथ अभियान की ओर से आराजी लाइन और सेवापुरी ब्लाक के पचास से अधिक गाँवों में विगत 25 नवम्बर से गाँव गाँव में जनसभा नुक्कड़ नाटक, फिल्म शो, हस्ताक्षर अभियान,मशाल जुलूस, भाषण प्रतियोगिता, पदयात्रा, दीवार लेखन आदि के माध्यम से लोगों को महिला हिंसा के खिलाफ जागरूक किया जा रहा है। निर्भया दिवस के अवसर पर 16 दिसम्बर को तहसील राजातालाब में राष्ट्रपति को सम्बोधित 5 सूत्रीय मांगपत्र उपजिलाअधिकारी को सौपा जायेगा।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से ऋचा सिंह,अरुन्धती धुरु,बेबी,शान्ति,सरोज,अनीता,सोनी, नन्दलाल मास्टर,राजकुमार गुप्ता,अरविन्द मूर्ति,राघवेंद्र भाई,राजीव यादव,आलोक, श्यामसुन्दर आदि लोग शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन सोनी,अध्यक्षता बेबी ने किया।
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October 23, 2023