वाराणसी/संवाददाता भेलूपुर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर घेराबन्दी कर तीन शातिर लुटेरों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए तीनों आरोपियों की निशानदेही पर लूट चेन की बनवाई गई गिन्नी 26.35 ग्राम, 315 बोर का तमंचा दो जिंदा कारतूस, 10.30 किलो गांजा, 45 हजार नकद, चोरी यमाहा एफजेड बरामद हुआ।पकड़े गए आरोपियों में दिनेश सिंह उर्फ ओम प्रकाश सिंह भोगांव चील्ह मिर्जापुर, श्रवण पांडेय उर्फ आर्यन निवासी ग्राम मून छपरा रेवती बलिया हाल पता गंगाराम झा छात्रावास कमरा 34 सम्पूर्णानन्द विश्वविद्यालय, संदीप कुमार बरवाला घोसिया बाजार औराई भदोही के रहने वाले हैं।तीनों आरोपियों को एसीपी भेलूपुर चक्रपाणि त्रिपाठी ने बुधवार को भेलूपुर थाने पर मीडिया के सामने पेश कर घटना का खुलासा किये। उन्होंने बताया हैं कि इंस्पेक्टर भेलूपुर रमाकांत दुबे को जरिए मुखबिर सूचना मिली कि कमच्छा जल संस्थान के पीछे कंकड़वावीर मन्दिर के पास लुटेरे लूट माल का खरीद बिक्री करने के साथ किसी घटना को अंजाम देने के लिए पहुंचने वाले हैं। सूचना इंस्पेक्टर भेलूपुर ने रेवड़ी तालाब चौकी, अस्सी चौकी प्रभारी सहित फोर्स के साथ मंगलवार की देर शाम घेराबन्दी कर दी। तीनों के मौके पर पहुंचते ही पहले से मौजूद पुलिस ने तीनों को धर दबोची। पकड़े गए आरोपियों ने बीते 9 जुलाई को शुकुलपुरा में दूध लेने गई महिला की चेन छीन लिए थे। इसके पहले बैजनत्था में वैक्सीन लगवाकर जा रही महिला की चेन छीने थे।भेलूपुर में घटना को अंजाम देने के पहले साकेत नगर महिला का चेन छीने थे। सभी लूट का माल संदीप बरनवाल को बेचते थे। पुलिस की पूछताछ में दिनेश सिंह ने बताया है कि दिनेश मिर्जापुर का रहने वाला बड़ागांव थाना क्षेत्र के अनेई गांव में इसकी ससुराल है। इसके ऊपर बड़ागांव और कपसेठी में मिलाकर 7 मुकदमे हैं। दिनेश के ऊपर बड़ागांव से गैंगेस्टर लग चुका हैं। श्रवण की मुलाकात वर्ष 2020 में विद्यापीठ छात्र चुनाव के दौरान हुई थी। श्रवण अपने परिस्थितियों का हवाला देकर दिनेश से किसी काम के लिए बोला। इसके बाद दिनेश श्रवण की मोटरसाइकिल की मदद से चेन लूट की घटना का अंजाम देने लगे। पुलिस और पब्लिक से बचने के लिए सुबह समय घटनाओं को अंजाम देते थे।सुबह के समय पुलिस एक्टिव नहीं रहती हैं। इसका फायदा उठाने लगे। लूट की घटना को अंजाम देने के बाद दिनेश श्रवण के छात्रावास चला जाता था। माल को घोसिया ले जाकर बेचते थे। दिनेश के खिलाफ विभिन्न मिर्जापुर, भदोही, वाराणसी में 22 में मुकदमे दर्ज हैं। दिनेश लगातार 4 साल जेल में बन्द रहा। सितंबर 2020 में जेल से छूटा था। पुलिस को उनको पकड़ने के लिए मैनुअल सिस्टम की मदद लेनी पड़ी।
Related Stories
October 23, 2023