वाराणसी/संवाद सूत्र
पुलिस अंकल! प्लीज हमें छोड़ के मत जाइए। आम तौर पर बच्चों को डराने के लिए कहा जाता है कि पुलिस अंकल को बुला रहे हैं। लेकिन यहां अंबिया मंडी चौकी प्रभारी अनिल कुमार मिश्रा इन गरीब बच्चों के ऐसे मित्र बन गए हैं कि ट्रांसफर होने पर यह बच्चे उन्हें जाने ही नहीं दे रहे हैं। इन मासूम बच्चों का कहना है आप जो भी होमवर्क देंगे हम उसे पूरा करके दिखाएंगे। लेकिन आप हमें छोड़ के मत जाइए। दारोगा अनिल कुमार मिश्रा ने बच्चों के मन में अपनी अलग ही छवि गढ़ी है।अनिल कुमार मिश्रा अपनी चौकी में रोजाना शाम के समय बच्चों के लिए पाठशाला लगाते थे। इस पाठशाला में वह क्षेत्र के बच्चों को न सिर्फ पढ़ाते थे बल्कि उन्हें स्वाधीनता संग्राम में अंग्रेजों से लोहा लेने वाले अमर शहीद क्रांतिकारियों की कहानियां भी सुनाते थे। जब पुलिस चौकी से उनकी विदाई की बेला आई तो वह सबको रुला गए। कोतवाली से कपसेठी थाना ट्रांसफर होते ही यह बच्चे भावुक हो गए। दारोगा के जाने से बच्चों के आंखों की कोरें नम थी। सातवीं कक्षा का छात्र पंकज तो दारोगा अंकल को पकड़कर रोते हुए बोला ‘दारोगा अंकल आप न जाएं, हम कभी शरारत नहीं करेंगे’। कक्षा छह की छात्रा ने उन्हें रोकते हुए कहा, सर आप न जाएं, मैं रोज चौकी के पाठशाला आऊंगी और होमवर्क भी पूरा करूंगी।
पाठशाला के जरिए उठाया सुधार का बीड़ा
अंबियां मंडी पुलिस चौकी के आसपास बड़ी संख्या में गरीब और निम्न मध्यमवर्गीय तबके के लोग रहते हैं। इन परिवारों के लोग अधिकतर लोग छोटे-मोटे काम करते हैं। इनके बच्चे स्कूल के बाद खाली समय में इधर-उधर घूमा करते थे। जिससे इनके गलत संगत में पड़ने की आशंका रहती थी। इसके अलावा परिवार में रहने वाली छोटी बच्चियों के साथ अपराध होने का खतरा भी रहता था। ऐसे में चौकी प्रभारी अनिल कुमार मिश्रा ने पाठशाला के जरिए यहां के बच्चों को पढ़ाने और उन्हें आत्मरक्षा में निपुण करने का बीड़ा उठाया। बच्चों को दरोगा अनिल कुमार मिश्रा रोजाना शाम के समय अपनी चौकी पर बिस्कुट-टॉफी, मास्क व सैनिटाइजर बांटते थे।
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October 23, 2023